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- Pt. Vijayshankar Mehta’s Column Understand The Fundamental Difference Between A Guru And An Advisor.
9 घंटे पहले
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![IPL Auction 1 पं. विजयशंकर मेहता - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/22/_1703187452.jpg)
पं. विजयशंकर मेहता
रेवड़ी को जितना उछालो, नीचे गिरने पर टूटती नहीं है। इसलिए लोग मुफ्त की रेवड़ी उछालते हैं। कई सरकारी योजनाएं ऐसे ही उछाली गईं, आंधी गई और अब खामोशी आ गई। इस समय चर्चा है कि जो निर्णय सामने आ रहे हैं, उसके पीछे सलाहकार कौन हैं।
सलाहकार और गुरु में अंतर समझा जा सकता है। लेकिन कुछ सलाहकार गुरु से भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं और यहीं से चूक हो जाती है। सलाहकार में कुटिलता का भी गुण होता है, इसलिए किसी दिन उसकी सलाह महंगी भी पड़ सकती है।
गुरु भी अपने आप में एक सलाहकार है, पर गुरु अपनी सरलता के लिए ही जाना जाता है। वह ना सिर्फ दृष्टि देता है, बल्कि दृष्टि बदल भी देता है। श्रीराम ने पांच प्रमुख गुरु बनाए थे- वशिष्ठ, विश्वामित्र, भारद्वाज, वाल्मीकि और अगस्त्य।
गुरु जिस होश को देते हैं, उसका माध्यम सत्संग होता है। इसलिए इस समय जब देश में कुछ निर्णय चकित कर रहे हों, हो सकता है कुछ आहत भी कर रहे हों, तो गुरु को अपने जीवन में रखिएगा। क्योंकि गुरु जब कोई सलाह देते हैं, तो जिम्मेदारी परमात्मा की भी बढ़ जाती है।
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